हैल्लो दोस्तों आज में आपकी सारी परेशानियों का समाधान इस ब्लॉग में बताऊंगा ।
इसलिए इसे ध्यान से पढ़े और अपनी रोजमरा की जिंदगी में शामिल करे और इसका अपने जीवन पर बदलाब देखें । आपको कुछ ही दिनों में इसके बदलाब महसूस हो जाएंगे । आपकी केसी भी परेशानी हो ।
जीवन की परेशानिया
- मकान , गाड़ी , परिवार , भाई बहन , पत्नी , ससुराल , माता पिता , बच्चे , मुक़दमे बाज़ी , जेल यात्रा , लड़ाई झगड़े , नौकरी या बिज़नेस , मानषिक परेशानी , चिंता , डर , विदेश यात्रा , धन , बिमारी , कर्जा , अधिक खर्चा , पढ़ाई लिखाई , परिवारिक मतभेद इत्यादि ।
विद्धि
- दोस्तों बस सुबह नहाने के बाद साफ कपड़े पहन कर के साफ स्थान या अपने घर के मन्दिर में बेठ के सभी ग्रहो के बीज मंत्र जाप करने है 108 बार ।
- मंत्रो के जाप आप किसी माला से या ऊगली पर गिन के कर सकते हो ।
- मंत्रो के जाप करते समय रीड़ की हड्डी और गर्दन को एक सीधे में रखें ।
- NOTE : माला से जाप करने से पहले माला की मान परथिस्टा करले या करवालें तभी माला से जाप करना सही होगा।
- अपने से बड़ों का सम्मान करें । जैसे : माता पिता , बड़े भाई बहन , बड़े बूढ़े , अपने से बड़े सभी ।
- झूठ ना बोलें , सदा सच बोले , किसी के बारे में बुरा न सोचे , किसी को धोखा न दे , किसी का बुरा ना करें , किसी का दिल ना दुखायें ।
- दारू , बियर , धुम्रपान ना करें , किसी भी तरह का नशा ना करे , माँस ना खाएं ।
- अपनी पत्नी के अलाबा किसी के साथ अवेद सम्बंद ना बनाये ।
- हर बीज मंत्र का जाप 108 बार ही करें जायदा करने से कोई फायदा नहीं है मन करे तो करलो पर असर धीरे धीरे ही होगा ।
बीज मंत्रो के बारे में जानकारी
दोस्तों हमारी जो जन्म कुण्डली होती है उसमे नौ ग्रह होते है उन नौ ग्रहो के नौ देवता होते है उन नौ देवताओ के नौ मंत्र होते है उन्ही मंत्रो को बीज मंत्र कहते है। हमारी जो कुण्डली बनती है जन्म के समय को देख कर उस कुण्डली में जो ग्रह जिस स्थान पर होते है उस हिसाब से पता चलता है की आप कितनी सफलता पाएंगे और कितनी मेहनत करके मिलेगी । आपका परिवार कैसा होगा कितने बच्चे होंगे मकान केसा होगा पत्नी और आपका ससुराल केसा होगा आपके पास गाड़ी होगी तो केशी होगी आपकी पढ़ाई कहा तक होंगी क्योकि ये ग्रह हमारी पूरी जिंदगी पर असर डालते है। आप जब अपनी कुण्डली के बारे में पड़ेगे तो आप देखेंगे की आपकी सारी जिंदगी के बारे में इसमें पहले से लिखा हुआ है। कुण्डली में जो ग्रह जिस स्थान पर बैठा होता है उस हिसाब से सुख और दुःख , परेशानिया , कामयाबी , हमारे जीवन से जुडी सारी बाते निर्धारित होती है। अपने जीवन से जुड़ी सारी परेशानियों को ख़तम करने और तरक्की पाने या कामयाबी को भड़ाने के लिए हम बीज मंत्रो के जाप का प्रयोग कर हम इन नौ देवताओ को प्रशंन करते है जिससे ये हमारी परेशानिया ख़तम होती है। दोस्तों ये बीज मंत्र 100 % काम करते है।
( कुंडली के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमारा दूसरा ब्लॉग पड़ सकते है की ये ग्रह कुण्डली में कहा होते है और और ये कैसे हमारे पुरे जीवन को प्रभाबित करते है ये कैसे काम करते है )
दोस्तों बीज मंत्रो के जाप से हमारे पुरे जीवन पर असर पड़ता हे हमें किसी भी बीज का मंत्र का जाप एक दिन में एक बार में 108 बार ही करना चाहिए वैसे आप जाप किसी भी समय कर सकते है पर सुबह करना ज्यादा अच्छा माना जाता हे क्योंकि किसी भी तरह की पूजा सुबह स्नान करने के बाद करना थोड़ी ज्यादा फल दाई होती है। बीज मंत्र अपना असर 43 दिनों के बाद दिखाना सुरु कर देते है और जब बीज मंत्रो के जाप पुरे हो जाते है तो उसके बाद आपको सिर्फ इन बीज मंत्रो के जाप उस दिन करने होते है जो दिन सप्ताह में उनके लिए माना जाता है। आप जिस ग्रह के देवता का बीज मंत्र जाप करोगे उनसे सम्बंधित सारी समस्याओ का समाधान हो जाएगा और उनसे संबधित शुभ फलो में भाड़ोत्री होगी।
एक जीवन में जितनी भी परेशानी होती है उन सबका सिर्फ एक छोटा सा समाधान नव ग्रह देवताओ के बीज़ मंत्र जाप , आपकी कुंडली के शुभ ग्रहो के रतन , मारक ग्रहो का दान , आप अपने जीवन की सारी समस्याओ का निवारण कर सकते है।
एक जीवन में जितनी भी परेशानी होती है उन सबका सिर्फ एक छोटा सा समाधान नव ग्रह देवताओ के बीज़ मंत्र जाप , आपकी कुंडली के शुभ ग्रहो के रतन , मारक ग्रहो का दान , आप अपने जीवन की सारी समस्याओ का निवारण कर सकते है।
- बीज मंत्र = दोस्तों बीज मंत्रो के जाप से उनसे सम्भंदित ग्रह अशुभ फल देना बंद करदेते हे। और शुभ ग्रह शुभ फल अधिक देते है।
- रतन = दोस्तों हर ग्रह का अपना एक रतन होता है हमारे बीज मंत्रो के जाप से जो ऊर्जा उत्पन होती है रतन उस ऊर्जा को हमारे शरीर में पहुंचाने में मदत करते है और उनसे सम्बंधित शुभ फलो को भड़ाते है। रतन हमेशा शुभ ग्रहो के ही पहने जाते है ( रतन धारण करने से पहले किसी ज्योतिष से अपनी कुंडली दिखा ले और पूछले कोन सा रतन धारन करना है। )
- मारक ग्रह = दोस्तों मारक ग्रह वो होते है जो हमें अशुभ फल देते है मारक ग्रह के बारे में आप अपनी कुंडली से पता कर सकते है। अशुभ ग्रहो से संबधित वस्तुओ के दान से उन ग्रहो का प्रभाब कम होता है। कभी भी शुभ ग्रहो का दान न करे।
ग्रहों और ग्रहों के देवताओ के नाम , बीज मंत्र , जाप संख्या
- केतु ग्रह = केतु देव = ॐ कें केतवे नम : = 17000
- राहू ग्रह = राहू देव = ॐ रां राहवे नम : = 18000
- बुध ग्रह = बुध देव = ॐ बुं बुधाय नम : = 9000
- शुक्र ग्रह = शुक्र देव = ॐ शुं शुक्राय नम : = 16000
- चन्द्र ग्रह = चन्द्र देव = ॐ सों सोमाय नम : = 11000
- सूर्य ग्रह = सूर्य देव = ॐ धृणि: सूर्याय नम : = 7000
- शनि ग्रह = शनि देव = ॐ शं शनैच्चराय नम : = 23000
- बृहस्पति ग्रह = बृहस्पति देव ( गुरु देव )= ॐ बृं बृहस्पतये नम : = 19000
- मंगल ग्रह = मंगल देव = ॐ अं अंगारकाय नम : = ॐ भौं भौमाय नम : = 10000
नौ ग्रहो देवताओं के दिन के नाम
- सूर्य देव = रविवार
- चन्द्र ग्रह = सोमवार
- मंगल देव = मंगलवार
- बुध देव = बुधवार
- बृहस्पति देव = बृहस्पतिवार
- शुक्र देव = शुक्रवार
- शनि देव = शनिवार
जीवन की हर परेशानियों का समाधान
Reviewed by ASHOK KUMAR
on
October 27, 2018
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